शब्द मनातले !..
Thursday, 6 June 2019
नज़्म
जिम्मेदारियों मे कुछ उलझ सा गया हूं शायद ,
वरना तेरे शबनमी ओठों के तारीफ़ में, कुछ लिख दू
दिल आज भी करता है।
- साहिल
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