Tuesday, 5 December 2023

ख़ामोशियाँ

अच्छी लगने लगी हैं  ये ख़ामोशियाँ, इन दिनों,
मेहसूस करता हु इन्हें, तो तुम्हारी धड़कनें सुन पाता हुं

ख़ामोशियाँ में गूंजती हैं सदाएं, तुम्हारी मासूम सी हंसी की. 
सुनता हूं इन्हें, तो दिल का सुकून पाता हूं. 

केहती ये ख़ामोशियाँ, छूकर आयी हैं तुम्हें, 
ढूँढता हूं इन्हें तो, गर्म सरगोशियोंको मेहसूस कर पाता हूं 

      - साहिल
सदाएं - voices, echoes 
सरगोशियाँ - whispers behind the ear, low tone voices. 

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